गिरना भी अच्छा है, औकात का पता चलता है
गिरना भी अच्छा है,
औकात का पता चलता है।
बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को,
अपनों का पता चलता है।
जिन्हें गुस्सा आता है,
वो लोग सच्चे होते हैं।
मैंने झूठों को अक्सर
मुस्कुराते हुए देखा है।
सीख रहा हूं अब मैं भी
इंसानों को पढ़ने का हुनर
सुना है चेहरे पे किताबों
से ज्यादा लिखा होता है।
औकात का पता चलता है।
बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को,
अपनों का पता चलता है।
जिन्हें गुस्सा आता है,
वो लोग सच्चे होते हैं।
मैंने झूठों को अक्सर
मुस्कुराते हुए देखा है।
सीख रहा हूं अब मैं भी
इंसानों को पढ़ने का हुनर
सुना है चेहरे पे किताबों
से ज्यादा लिखा होता है।
Too too tooo good
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन
ReplyDelete